घर में खाटू श्याम की मूर्ति रखने से क्या होता है?

 

घर में खाटू श्याम की मूर्ति रखने से क्या होता है?

खाटू श्याम जी, जिन्हें हारे का सहारा और कलियुग के देवता के रूप में पूजा जाता है, की मूर्ति घर में रखना भक्तों के लिए अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है। यह सिर्फ एक मूर्ति नहीं, बल्कि भगवान श्री कृष्ण के ही एक स्वरूप का प्रतिनिधित्व करती है, जो महाभारत काल के वीर बर्बरीक के अवतार हैं। घर में खाटू श्याम की मूर्ति स्थापित करने से कई सकारात्मक प्रभाव और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं।

 

घर में खाटू श्याम की मूर्ति रखने से क्या होता है?



सकारात्मक ऊर्जा का संचार

खाटू श्याम जी की मूर्ति या तस्वीर घर में रखने से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। यह नकारात्मकता को दूर करती है और घर में शांति सौहार्द का माहौल बनाती है। परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम और आपसी समझ बढ़ती है, जिससे घर का माहौल हमेशा खुशनुमा बना रहता है।


मनोकामनाएं पूरी होती हैं

भक्तों का ऐसा मानना है कि जो लोग सच्चे मन और पूरी श्रद्धा से खाटू श्याम जी की पूजा करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। चाहे वह नौकरी से जुड़ी समस्या हो, स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो या पारिवारिक कलह, बाबा श्याम की कृपा से इन सभी मुश्किलों का समाधान मिलता है।


आध्यात्मिक शांति और मानसिक सुकून

खाटू श्याम जी की मूर्ति के सामने ध्यान और भजन करने से मन को गहरी शांति मिलती है। यह तनाव, चिंता और मानसिक अशांति को दूर करने में सहायक होता है। उनकी भक्ति से व्यक्ति को आध्यात्मिक उन्नति का अनुभव होता है और वह जीवन की चुनौतियों का सामना अधिक साहस और धैर्य के साथ कर पाता है।


सुख-समृद्धि का आशीर्वाद

मान्यता है कि खाटू श्याम जी को घर में स्थान देने से घर में सुख, समृद्धि और खुशियों का वास होता है। उनकी कृपा से आर्थिक स्थिरता आती है और जीवन में सफलता के नए मार्ग खुलते हैं। वे अपने भक्तों को हर मुश्किल से लड़ने की शक्ति प्रदान करते हैं।


बुरी शक्तियों से रक्षा

खाटू श्याम जी को अपने भक्तों का रक्षक माना जाता है। उनकी मूर्ति घर में रखने से नकारात्मक शक्तियों और बुरी नजर से बचाव होता है। भक्त उनकी उपस्थिति से सुरक्षित और संरक्षित महसूस करते हैं, जिससे उनके मन में भय कम होता है और आत्मविश्वास बढ़ता है।


घर में खाटू श्याम की मूर्ति रखने के नियम और दिशा

खाटू श्याम जी की मूर्ति या तस्वीर घर में स्थापित करते समय कुछ नियमों और दिशाओं का पालन करना महत्वपूर्ण है:

·         पवित्र स्थान: मूर्ति को हमेशा घर के सबसे पवित्र स्थान, जैसे पूजा घर में रखें। यह स्थान साफ-सुथरा और शांत होना चाहिए।

·         सही दिशा: वास्तु के अनुसार, खाटू श्याम जी की मूर्ति को उत्तर-पूर्व (ईशान) या पूर्व दिशा में रखना सबसे शुभ माना जाता है। यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक लाभ को आकर्षित करती है। मूर्ति को दीवार से कम से कम छह इंच की दूरी पर रखें।

·         नियमित पूजा: घर में मूर्ति स्थापित करने के बाद प्रतिदिन उनकी विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। इसमें धूप, दीप, फूल, चंदन और भोग शामिल हो सकते हैं। एकादशी का दिन बाबा श्याम की पूजा के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है।

·         स्वच्छता: मूर्ति और उसके आस-पास के स्थान की नियमित साफ-सफाई अत्यंत आवश्यक है। यह पवित्रता बनाए रखने में मदद करता है।

·         खंडित मूर्ति: कभी भी खंडित या टूटी हुई मूर्ति को घर में नहीं रखना चाहिए। यदि मूर्ति किसी कारण से खंडित हो जाए, तो उसे सम्मानपूर्वक विसर्जित कर देना चाहिए।

·         अहंकार से बचें: खाटू श्याम जी को "हारे का सहारा" कहा जाता है, जिसका अर्थ है कि वे उन लोगों की मदद करते हैं जो विनम्र और निस्वार्थ भाव से उनकी शरण में आते हैं। इसलिए, उनकी भक्ति करते समय अहंकार और स्वार्थ से बचना चाहिए।

घर में खाटू श्याम की मूर्ति रखना सिर्फ एक धार्मिक कार्य नहीं, बल्कि आस्था, भक्ति और सकारात्मकता को अपने जीवन में आमंत्रित करने का एक तरीका है। उनकी कृपा से जीवन में आने वाली हर बाधा दूर होती है और व्यक्ति को मानसिक शांति और खुशियों की प्राप्ति होती है।

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